समस्तीपुर : सीएचसी हसनपुर में कचरे का ढेर दुर्गंध से बीमारी का भय, मरीजों को नही मिलता खाना


मरीजों को नही मिलती है सुविधा, दो साल से बंद है किचन 


अश्वनी कुमार, समस्तीपुर 


समस्तीपुर ( हसनपुर) - एक तरफ सरकार स्वच्छता अभियान चलाकर साफ सफाई के प्रति लोगों को जागरुक कर रही है वहीं हसनपुर प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वच्छता अभियान की पोल खुली हुई नजर आ रही है ।  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ सफाई भगवान भरोसे ही चलता है। एक और डेंगू धीरे-धीरे अपना पांव पसार रहा है। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कचरे का अंबार पड़ा है जिससे मरीजों और आने वाले लोगों में बीमारी का भय बना हुआ है। जिस बिहार जनसेवा मंच नमक एनजीओ को अस्पताल में साफ सफाई, मरीजों का बेडशीट और मरीजों के लिए नाश्ते और भोजन का जिम्मा दिया गया है वह एनजीओ अपने काम से पूर्ण रूप से लापरवाह है। एनजीओ के तीन सफाई कर्मी यहां ड्यूटी में हैं जो सुबह में सिर्फ साफ सफाई करते हैं। मरीजों के लिए बनने वाले खाना का किचन दो साल से बंद पड़ा है । अस्पताल परिसर में जहां एक और कूड़े का ढेर लगा हुआ है जिससे दुर्गंध आती है वहीं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नही देखा जाता है। जगह जगह कूड़े का के छोटे छोटे ढेर और गंदगी अस्पताल में सफाई की पोल खोलते नजर आते है। 


मरीजों को नही मिलती सुविधा - 


हसनपुर सीएचसी में प्रसव के के लिए बगरहा से आई एक मरीज ने बताया कि तीन दिन पूर्व यहां प्रसव के लिए आई थी लेकिन उसे ना ही नाश्ता दिया गया है ना ही खाना ऐसे में वह घर से खाना मंगवाकर खाती है। वहीं मरीजों के बेड पर बेडशीट भी नही दिया जाता है ऐसे में मरीज फटे गद्दे पर सोने को मजबूर हैं। प्रसव के लिए आई महिलाओं से जबरदस्ती पैसे की मांग की जाती है और खुशनुमा या किसी काम के बदले पैसे लिया जाता है। 


क्या कहते हैं प्रभारी - 


प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अरविंद कुमार ने कहा की साफ सफाई ठीक ठाक है, कचरा हटाने के लिए एनजीओ से बोला गया है साथ ही जो भी कमी है उस पर अमल किया जाएगा और मरीजों को मिलने वाली सभी सुविधाओं को दिया जाएगा।

  

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