शहिद सूबेदार राकेश कुमार सिंह को नम आंखों से दी गई विदाई : DM SSP ने परिजनों से मिले, सौंपा 21 लाख का चेक


मुजफ्फरपुर : जिले के सरैया थाना क्षेत्र के सिउरीएमा गांव का माहौल बुधवार की शाम गमगीन हो उठा. जब थल सेना के सूबेदार राकेश कुमार सिंह (50 वर्ष) का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, जहा पूरा गांव भारत माता की जय और शहीद राकेश सिंह अमर रहें के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा. गांव पहुंचते ही परिजनों और ग्रामीणों ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी. सेना के जवानों की मौजूदगी में शहीद का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया.


गौरतलब है कि 9 अगस्त की रात अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले के जिमनी ढांग क्षेत्र में चीन सीमा के समीप ड्यूटी के दौरान सड़क हादसे में सूबेदार राकेश कुमार सिंह शहीद हो गए थे। सेना ने लगातार आठ दिनों तक सर्च अभियान चलाया और 17 अगस्त को उनका पार्थिव शरीर घटनास्थल से करीब 12 किलोमीटर दूर नदी से बरामद किया.


शहीद के बलिदान को अश्रुपूरित नेत्रों से नमन करते हुए मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और वरीय पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने शिवरी अम्मा गिद्दा गाँव पहुँचकर शोकाकुल परिजनों से भेंट की. साथ ही शहीद की पत्नी और परिवार के सदस्यों को ढाढ़स बंधाते हुए गहरी संवेदना प्रकट की तथा सरकार की ओर से हर संभव सहयोग व सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया.


बता दें की मुख्यमंत्री बिहार द्वारा सैनिक शहादत पर घोषित 21 लाख रुपये की अनुग्रह अनुदान राशि अंतर्गत जिलाधिकारी सेन ने आज शहीद की पत्नी मधु सिंह को 21 लाख रू. का चेक प्रदान किया.


बता दें की शहीद राकेश कुमार सिंह वर्ष 1994 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और अगले वर्ष मार्च 2026 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। वे अपने पीछे पत्नी, पुत्र आयुष कुमार (17) और पुत्री साक्षी कुमारी (19) को छोड़ गए है. उनकी शहादत की खबर से गांव सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है. ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र ने एक वीर सपूत खो दिया है, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती.


मुजफ्फरपुर से रूपेश कुमार

  

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