मधुबनी-निक्षय मित्र ने टीबी मरीजों को उपलब्ध कराया स्वरोजगार,आर्थिक रूप से सशक्त बनाना उद्देश्य


किशोर क़ुमार ब्यूरो 

मधुबनी-केंद्र सरकार ने 2025 तक भारत को टीबी (यक्ष्मा) मुक्त करने का निर्णय लिया है। सरकार इसके लिए प्रयासरत भी है। इसी आलोक में टीबी मरीजों के लिए सरकार तथा अन्य संस्थाओं के द्वारा कई पहल किए जा रहे हैं। सरकार यक्ष्मा  मरीजों को उपचार व पौष्टिक आहार लेने के लिए निक्षय पोषण राशि भी उपलब्ध करवा रही है। साथ ही कई संस्थाओं एवं आम लोगों के लिए सरकार निक्षय मित्र योजना का भी संचालन कर रही है। जिसके तहत कोई भी व्यक्ति टीबी मरीजों को गोद लेकर पौष्टिक आहार व अन्य प्रकार से सहयोग कर सकता है। वहीं कुछ संस्थाएं यक्ष्मा मरीजों को स्वरोजगार भी उपलब्ध करा रही है। इसी क्रम में पंडौल प्रखंड के चौरी गांव के एमडीआर टीबी मरीज (लाल बाबू राय) को डेमियन फॉउण्डेशन इंडिया ट्रस्ट की ओर से गुमती सहित किराना दुकान (₹=25000/-) जीविका उपार्जन के लिए दिया गया। पूर्व में भी जिले के 3 डीआरटीबी मरीजों को डेमियन फॉउंडेशन संस्था के द्वारा स्वरोजगार उपलब्ध कराया गया है। एसीएमओ डॉ आर के सिंह  ने टीबी मुक्त मरीज को माला पहना कर जीविका उपार्जन हेतु नसीहत दी । उन्होंने बताया कि टीबी उन्मूलन के लिए जिले में कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं । इसके लिए हम सब  संकल्पित है जिले को जल्द से जल्द टीबी मुक्त बनाया जाएगा। 


क्या है निक्षय मित्र योजना:


संचारी रोग पदाधिकारी डॉक्टर जीएम ठाकुर ने बताया निक्षय मित्र योजना एक तरह से क्षय यानि टीबी रोग से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल या कोई व्यक्ति भी टीबी के मरीज को गोद ले सकता है, ताकि वह उसका प्रॉपर इलाज करा सके। इस अभियान के तहत व्यवस्था की गई है कि निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण, आजीविका के स्तर पर जरूरी मदद उपलब्ध करा सकते हैं। लोग सामाजिक दायित्व के तहत मरीजों के इलाज और खानपान का खर्च उठा सकेंगे। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay. in पर लॉगिन करने के बाद प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र पंजीयन फॉर्म पर क्लिक कर अपनी पूरी जानकारी देने के बाद ही इस अभियान से जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा निक्षय हेल्प लाइन नंबर- 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है।


निक्षय मित्र एक साकारात्मक पहल:


डीपीसी पंकज कुमार ने कहा कि यह सरकार की अच्छी पहल है। यदि टीबी पीड़ित मरीजों को गोद लिया जाए और थोड़ी सहायता की जाए तो हमलोग जिले से टीबी बीमारी को मिटाने में अहम योगदान निभा सकते हैं। उन्होंने बताया टीबी मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाती है ऐसे दवा के साथ साथ सही पोषक मिले तो वो टीबी बीमारी से लड़ने में मदद करेगा।


मौके पर डीपीसी पंकज कुमार,  एसटीएस अनोज कुमार, डीएफआईटी टीबी कोऑर्डिनेटर प्रदीप कुमार, सुदर्शन राम सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।

  

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