

बेगूसराय में वरीय अधिवक्ता एवं स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय सीताराम महाराज की 19 वीं पुण्यतिथि मनाई गई।
- by Raushan Pratyek Media
- 18-Aug-2025
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प्रशान्त कुमार की रिपोर्ट
बेगूसरायमें नागरिक अधिकार सुरक्षा समिति के संस्थापक अध्यक्ष, वरीय अधिवक्ता एवं स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय सीताराम महाराज की 19 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ, बेगूसराय के परिसर में श्रद्धांजलि एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम समिति के वर्तमान अध्यक्ष वशिष्ठ कुमार अम्बस्त की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत स्व. सीताराम महाराज के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी स्मृति को नमन करने से हुई। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजीत कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि "सीताराम महाराज केवल अधिवक्ता ही नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के सच्चे प्रहरी थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने साहस और समर्पण से इतिहास में अमिट छाप छोड़ी। वे जीवनपर्यंत नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्षरत रहे। उनकी सोच थी कि समाज का सबसे कमजोर और वंचित वर्ग भी न्याय से वंचित न हो।" उन्होंने आगे कहा कि "नागरिक का अधिकार ही हम अधिवक्ताओं की प्राथमिकता होनी चाहिए। न्यायालय केवल निर्णय का स्थल नहीं है, बल्कि यह आमजन की उम्मीदों और विश्वास का केन्द्र है। ऐसे में अधिवक्ताओं पर यह दायित्व है कि वे न केवल कानून की व्याख्या करें, बल्कि संवेदनशीलता के साथ न्याय की रक्षा भी सुनिश्चित करें।" स्वर्गीय सीताराम महाराज के कनिष्ठ पुत्र वरिष्ठ अधिवक्ता विजय कुमार महाराज ने उनको स्मरण करते हुए भावुक हो गए और कहा कि पिताजी हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने अधिवक्ता जीवन में न्याय, समानता और मानवाधिकारों की जो परंपरा स्थापित की थी, वह आज भी हम सबके लिए मार्गदर्शक है।" उन्होंने उपस्थित अधिवक्ताओं से आह्वान किया कि वे उनके पदचिह्नों पर चलते हुए समाज में न्याय और नागरिक अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाएँ। इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने अपने विचार रखे और कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के समय जिस साहस और निष्ठा के साथ स्व. सीताराम महाराज ने अंग्रेजी शासन का मुकाबला किया, वही भावना हमें आज भी सामाजिक अन्याय और शोषण के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा देती है। कार्यक्रम में उपस्थित अधिवक्ताओं ने संकल्प लिया कि वे नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और समाज में विधि के शासन को सुदृढ़ बनाने में अपना योगदान देंगे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं और नागरिक अधिकार सुरक्षा समिति के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। सभी ने एक स्वर में यह कहा कि समाज और देश के लिए समर्पित व्यक्तित्वों की स्मृति में ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए, ताकि नई पीढ़ी उनके संघर्ष और बलिदान से प्रेरणा ले सके। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता सैयद मंसूर आलम ने भी उस समय के स्वर्णिम समय को याद किया । मौके पर अधिवक्ता प्रभाकर महाराज, अखिलेश प्रसाद सिंह, राजीव प्रसाद सिंह, चन्द्र मोहन कुमार, राजेश कुमार गुप्ता, सुमित कुमार, महेश्वर महतो, राजेन्द्र महतो, आशीष कुमार,ब्यूटी कुमारी और अन्य अधिवक्ता मौजूद थे । अंत में धन्यवाद ज्ञापन समिति के महासचिव प्रमोद कुमार के द्वारा किया गया, जिन्होंने सभी अतिथियों और अधिवक्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता व नागरिक अधिकार सुरक्षा समिति के महासचिव विजयकांत झा कर रहे थे।

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