मधुबनी-मनोज कुमार यादव पेश कर रहे नजीर,मद्यनिषेध विषय पर विगत कई वर्षों से कर रहे कार्य



किशोर कुमार ब्यूरो 

मधुबनी-बिहार में मद्यपान निषेध है!एक सामाजिक बुड़ाई होने के साथ-साथ यह विभिन्न सामाजिक विपदाओं को भी जन्म देती है!पुरुषों द्वारा मद्यपान के कारण बिहार की महिलाओं की दुर्गति से बचाव हेतु माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा मद्यपान निषेध कानून लागू किया गया था जिसका बहुत ही सकारात्मक प्रभाव समाज पर पड़ा हैं !परंतु इस सकारात्मक कानून का भी विरोध विभिन्न लॉबियों के द्वारा निहित स्वार्थार्थ किया जाता रहा है । सामाजिक स्वीकृति भी मिलती नही दिख रही। मद्यनिषेध पर काम करने वाले स्वयंसेवकों की अत्यंत कमी है। साथ ही सरकार के द्वारा किसी पारितोषक की व्यवस्था के अभाव में लोगों के बीच रूचि की कमी है!ऐसी स्थिति में मधुबनी जिला के फुलपरास के रहनेवाले मनोज कुमार यादव ने एक नज़ीर पेश किया है। संभवतः बिहार में वे पहले और इकलौते मद्यपान निषेध कार्यकर्ता हैं जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता के कारण वगैर किसी स्वार्थ के अपना संसाधन झोंककर मद्यनिषेध विषय पर विगत कई वर्षों से कार्य कर रहे हैं।स्थानीय लोगों और नेताजी सुभाषचंद्र बोस गरीब विकास एवं सेवा संस्थान से संबद्ध समाज सेवियों यथा हरिनारायण, रामनारायण यादव,ललिता कुमारी,शम्भू ठाकुर,श्याम सुंदर मण्डल एवं अन्य लोगों ने बताया कि मनोज कुमार एक प्रभावी एयर समर्पित मद्यनिषेध कार्यकर्ता हैं और विभिन्न सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन  हेतु प्रयासरत हैं।उन्होंने बताया की वे एक मद्यनिषेध कार्यकर्ता और समाज सुधारक हैं!बिरले ऐसे लोग होते हैं जो बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय को व्यावहारिक रूप मे चरितार्थ करते हैं और जिनका सर्वस्व समाज के लिए होता है!बहुमुखी प्रतिभा के धनी मनोज कुमार अपने अल्पवय  से ही सामाजिक जीवन के विविध क्षेत्रों में सक्रिय रहे हैं और आपने सामाजिक सुधार के मानचित्र पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है!उन्होंने बताया की 32 वर्षीय मनोज कुमार ब्रह्म मुहूर्त मे उठनेवाले, नित्य योगाभ्यास करनेवाले,महादेव के अनन्य भक्त, श्रेष्ठ संस्कार एवं मानवीय गुणों से सिक्त और सामाजिक सुधार से सकारात्मक सरोकार रखने वाले व्यक्ति हैं!मद्यपान एक सामाजिक बुड़ाई और अपराध है!वे अपने निजी प्रयास से 24 से अधिक लोगों को नशामुक्त जीवन जीना सिखलाया है और बर्बाद होते घरों को बचाया है!मद्यनिषेध के प्रति आपने अपना आजीवन समर्पण दर्शाया है!दुग्ध उत्पादन-सह-विपणन का नियमन और सहकारी रूप देकर दुग्ध-क्रांति का आगाज किया है!जरूरतमंदों को रॉबिन हुड की तरह आप मदद करते हैं!उन्होंने बताया अपनी उदारता, सामाजिक कर्तव्यों के प्रति उत्तरदायित्व बोध और अनंतिम जुनून की बदौलत वे सामाजिक सुधार हेतु सजग नागरिक के रूप मे महत्वपूर्ण योगदान दिया है!व्यापक लोकहित में उनके द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर यह कहा जा सकता है की उनके  जैसे वैचारिक शुचिता वाले व्यक्ति की जरूरत सामाजिक विकास और सुधार हेतु आवश्यक है!उन्हें मद्यनिषेध पर विशिष्ट कार्य करने हेतु इस वर्ष का जटाशंकर दास जन्म शताब्दी स्मृति-सम्मान-2023 भी प्रदान किया गया है!उनके कृत कार्य और उपलब्धियां समाजोपयोगी है!समाज को इनके जैसे लोगों की जरूरत है!

  

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