मधुबनी(बिहार)-दो किलोमीटर रेल पटरी गायब होने से मची खलबली,स्क्रैप घोटाले की बात आ रहीं सामने

मधुबनी के पंडौल प्रखंड के लोहट चीनी मिल से पंडौल स्टेशन तक रेल पटरी जो लोहट चीनी मिल में उपयोग हुआ करती थी!  लोहट मिल बंद होने के बाद वह  पटरी कई वर्षो तक वैसे के वैसे ही पडा़ हुआ था। जो अचानक पंडोल स्टेशन से लोहट चीनी मिल तक बिछी रेलवे पटरी गायब हो गई जिसके बाद इसकी खबर जब रेलवे पदाधिकारियों को चली तो खलबली मच गई जिसके बाद वह लोग मधुबनी जिला के पंडोल प्रखंड स्थित लोहत चीनी मिल पहुंचकर जांच में जुट गए।

बताते चलें कि करीब दो किलोमीटर बिछी रेलवे पटरी बगैर टेण्डर के करोड़ो का स्क्रैब बेच दिया गया है और इसमें करोड़ो का स्क्रैप घोटाला सामने आया है। इस घोटाले में कई रेल पुलिस अधिकारियों की संलिप्तता उजागर हुई है।मामले में तत्काल झंझारपुर स्टेशन के आरपीएफ प्रभारी और मधुबनी स्टेशन के रेल पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। 

लोहट चीनी मिल करीब चार दशक से बंद है और उसी समय से इस रेल खंड पर यातायात बन्द हो गया। ग्रामीणों की माने तो रेलवे लाइन का स्क्रैप बगैर ऑक्शन किये आरपीएफ की मिलीभगत से बेचा जा रहा था। करीब दो किलोमीटर ट्रैक स्क्रैप कारोबारी के हाथों बेच दिया गया,मामला उजागर होने पर पूरे डिवीजन में हड़कम्प मच गया है मंडल सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच के लिए कमिटी का गठन कर दिया है। तत्काल आरपीएफ पोस्ट दरभंगा में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है। दो रेल पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। घोटाला में जो भी संलिप्त होगा उस पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।चीनी मिल और रेल स्क्रैब घोटाला से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। झंझारपुर रेल पुलिस अधिकारी श्रीनिवास मधुबनी के पुलिस अधिकारी मुकेश सिंह के निलंबन के बाद कई और पे कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। रेल आईजी एससी पाढ़ी ने मामले की जांच को लेकर लोहट चीनी मिल परिसर पहुंचे और मामले की बारीकी से जांच की और लोगों से पूछताछ किये हालांकि कैमरा के सामने कुछ भी बोलने से इंकार किये और बचते नजर आए।

  

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