

मधुबनी-आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लाभार्थियों के लिए हो रहा वरदान साबित
- by Ashish Pratyek Media
- 08-Dec-2022
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मधुबनी जिलावासी हो रहे आयुष्मान,नवंबर में 861 लाभार्थियों ने उठाया लाभ
किशोर कुमार ब्यूरो
मधुबनी-सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जिले के लाभार्थियों के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना के लाभार्थी ना केवल सरकारी अस्पताल वरन बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पतालों में भी अपने इलाज करवा रहे हैं।आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के जिले के लाभार्थियों का कैंसर और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों के लिए आवश्यक उपचार किया गया। आयुष्मान योजना के लाभार्थियों ने एम्स नई दिल्ली, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, पारस ग्लोबल हॉस्पिटल दरभंगा, श्री कृष्णा हॉस्पिटल रायपुर, पंचम हॉस्पिटल लुधियाना, आई क्यू विजन प्राइवेट लिमिटेड गुड़गांव, श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल अहमदाबाद जैसे बड़े अस्पतालों में अपना इलाज करवाया। सिविल सर्जन सुनील कुमार झा ने बताया आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने में गति प्रदान करने के लिए सरकारी अस्पताल में आने वाले आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित कर इलाज प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है। वहीं पंचायत प्रतिनिधि, जीविका के प्रतिनिधि, वीएलई( विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) पंचायत स्तर पर बैठक कर लोगों को आयुष्मान योजना के बारे में तथा संबंधित सूची के बारे में अवगत कराने को कहा गया है । ताकि आयुष्मान कार्ड बनाने में लाभार्थी को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। जिले में 23 लाख 70 हजार 685 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। अब तक 1,38,491परिवार के 2,73,638 लाभार्थी कार्ड बनाया गया है। शेष लाभार्थियों का कार्ड बनाया जाना है।
नवंबर में 861 लोगों ने उठाया लाभ:
डीपीसी कुमार प्रियरंजन ने बताया नवंबर 2022 में जिले के 861 लोगों ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत देश के विभिन्न बड़े अस्पतालों में अपना इलाज करवाया। जिसके लिए सरकार ने 85 लाखों रुपए खर्च किए । वहीं जिले में अब तक 18,639 मरीजों को योजना के तहत लाभ मिला है। जिसमें 10,780 लोगों का जिले के सूचीबद्ध अस्पतालों में इलाज किया गया। जिसके लिए 8 करोड़ का भुगतान किया गया है।.जिला व जिला से बाहर के अस्पताल के लिए कुल 21करोड़ का केंद्र व राज्य सरकार ने खर्च किया है।
पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड:
केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी को लाभ लेने व गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
जिलांतर्गत ,
•मधुबनी मेडिकल कॉलेज
•क्रिब्स हॉस्पिटल
•हरसन हॉस्पिटल
•मां उग्रतारा नेत्रालय
•आस्था सर्जिकल अस्पताल
सूचीबद्ध हैं एवं सभी सरकारी अस्पतालों में भी योजना का लाभ दिया जा रहा है। साथ ही योग्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी की जा रही है।
पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज:
यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसे सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उन्होंने जिले के योग्य अस्पतालों से आग्रह किया है कि इस योजना से जुड़ें तथा गरीब तबके के लोगों को इस योजना का लाभ दिलाएं।

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