थर्मल श्रमिकों का शोषण नहीं होगा बर्दाश्त : विधायक अजीत कुमार


मुजफ्फरपुर : कांटी विधायक सह पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने थर्मल पावर प्लांट में काम करने वाले श्रमिकों के शोषण को कतई बर्दाश्त न करने का कड़ा संकल्प लिया है. उन्होंने यह बयान श्रमिकों द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में दिया, जहाँ उन्होंने जोर देकर कहा कि देश की प्रगति में श्रमिकों का महत्वपूर्ण योगदान है, और उनके अधिकारों की रक्षा करना अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर श्रमिकों ने विधायक को अंगवस्त्र, माला, पाग  पहनाकर जोरदार अभिनंदन किया. श्रमिकों ने अजीत कुमार से अपनी समस्याओं को अवगत कराते हुए कहा कि- विभिन्न विभाग में लंबे समय से कार्यरत मजदूरों की पदोन्नति नहीं मिल रही, बिना कारण बताये श्रमिकों को छांटनी करना, गेट पास नहीं बनाना और हर महीने प्रबंधन द्वारा आचरण प्रमाणपत्र की मांग कर श्रमिकों को तंग करना जैसे कई समस्याएं सामिल हैं.

     

अधिकारियों को चेतावनी..

मजदूरों की समस्याओं को सुन अजीत कुमार ने कड़े लहजे में NTPC प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि पहले क्या सिस्टम चल रहीं थीं मुझे इससे मतलब नहीं हैं, लेकिन अब सिस्टम को सुधारना होगा। श्रमिकों का शोषण दोहन हुआ तो हम चुप नहीं बैठेंगे सभी श्रमिकों को सम्मान देना प्रबंधन सुनिश्चित करें.


*प्रमुख घोषणाएँ और संकल्प*


कांटी विधायक अजीत कुमार ने घोषणा की कि वे न केवल श्रमिकों के शोषण को रोकेंगे बल्कि कांटी थर्मल पावर प्लांट जैसे क्षेत्रों में कार्यरत मजदूरों की समस्याओं का शीघ्र निदान भी सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने विशेष रूप से दो गंभीर समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया:

छाई (Ash) की समस्या: थर्मल प्लांट से निकलने वाली छाई (राख) का उचित प्रबंधन न होने से पर्यावरण और श्रमिकों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने इस समस्या के लिए ठोस और त्वरित समाधान निकालने का आश्वासन दिया है.


NH (राष्ट्रीय राजमार्ग) की समस्या: थर्मल प्लांट के पास की राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) से संबंधित समस्याओं, जैसे कि खराब सड़क, यातायात जाम या श्रमिकों के आवागमन की कठिनाइयों को भी प्राथमिकता से हल किया जाएगा.


* श्रमिकों के अधिकारों की वकालत


अजीत कुमार ने श्रमिकों के उचित अधिकारों और सुविधाओं की पुरजोर वकालत की.


उन्होंने कहा कि एक सम्मानजनक जीवन जीने के लिए श्रमिकों को निम्न मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए

उचित मजदूरी: सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें उनके काम का सही और समय पर भुगतान मिले, और न्यूनतम मजदूरी के नियमों का उल्लंघन न हो.

बेहतर कार्य परिस्थितियाँ: काम करने की जगह पर सुरक्षा के मानक, साफ-सफाई और स्वस्थ वातावरण होना चाहिए.

सामाजिक सुरक्षा : श्रमिकों के लिए पंजीकरण अनिवार्य रूप से हो, ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं, स्वास्थ्य सुविधाओं, पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभों का फायदा मिल सके.


उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे इस मुद्दे को विधानसभा और उच्च अधिकारियों और  के समक्ष उठाएंगे उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रमिकों को केवल कामगार न समझा जाए, बल्कि उन्हें देश की तरक्की का असली नायक मानते हुए उनका सम्मान किया जाए.


भविष्य की दिशा..

उन्होंने कहा कि 14 जनवरी के बाद प्लान्ट में श्रमिकों का संगठन बनाकर उनके हक अधिकारों की आवाज मजबूती से उठायी जाएगी.


श्री कुमार का यह कदम दिखाता है कि वे मजदूर संगठन के साथ मिलकर लगातार संघर्ष के लिए तैयार हैं। उन्होंने सभी श्रमिकों से एकजुट होने और जल्द से जल्द अपना पंजीकरण कराने की अपील की ताकि उन्हें जल्द से जल्द सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो सके। उनका मानना है कि संगठित प्रयास से ही शोषण की प्रथा को समाप्त किया जा सकता है और श्रमिकों को उनका हक दिलाया जा सकता है.


मुजफ्फरपुर से रूपेश कुमार की रिपोर्ट

  

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