

नामांकन शुल्क से अधिक राशि न लिये जाने को लेकर पूर्णिया विशवविद्धालय में संपन्न हुई सभी प्रधानाचार्य/ प्रधानाचार्या की बैठक
- by Raushan Pratyek Media
- 31-Jul-2025
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पूर्णिया विशवविद्धालय सीनेट हाल में माननीय कुलपति प्रो विवेकानन्द सिंह की अध्यक्षता में अंगीभूत एंव समबंधन प्राप्त महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य/ प्रधानाचार्या की बैठक हुई। बैठक में माननीय कुलपति ने सभी महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य को स्पष्ट आदेश दिया कि विशवविद्धालय से पत्रों के माध्यम से कईं बार कहा गया कि राजभवन पटना के द्वारा जारी नामांकन शुल्क के अतिरिक्त कोई अन्य पैसा नही लेना है फिर यह चूक केसे हुई। उन्होंने में मीटिंग में इस अतिरिक्त शुल्क को तुरंत रोकने का आदेश दिया और हिदायत दी कि यदि भविष्य में किसी महाविद्यालय से ऐसी खबर आती है तब कार्यवाही की जायेगी।यह शुल्क क्यों लिया गया इस कुलपति महोदय खासे नाराज दिखे। विशवविद्धालय के नये कुलसचिव प्रो प्रणय गुप्ता ने कहा कि हम लोगों को एक टीम की तरह काम करना है, इसलिए जो भी आदेश दिया गया है उसका अक्षरक्ष पालन होना भी चाहिए। विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा सभी के साथ जुडी है। मीटिंग में प्रति कुलपति प्रो पवन कुमार झा ने कहा कि राजभवन पटना के द्वारा जारी अध्यादेश में आई डी कार्ड, प्रोसपेक्टस, बिजली पानी सब का शुल्क दिया गया है फिर यह अतिरिक्त शुल्क क्यों लिया गया। सहायक कुलसचिव शैक्षणिक डा नवनीत कुमार ने पिछली बैठकों और जारी पत्रों और नामांकन के दौरान किये गये दौरों का हवाला देते हुए कहा कि विद्यार्थियों की सुविधा का ख्याल रखा जाये। जब समर्थ पोर्टल एक पारदर्शी व्यवस्था दे रहा है तब हमें इस व्यवस्था की शुचिता पर गर्व करना चाहिए। समर्थ नोडल अधिकारी सुमन सागर ने डेटा और नामांकन होते ही तुरंत अपडेट किये जाने को लेकर अपनी बात रखी।
बैठक में GLM कालेज के प्रधानाचार्य प्रो प्रमोद भारतीय, अररिया कालेज प्रधानाचार्य प्रो रामदयाल पासवान, मारवाड़ी कालेज प्रधानाचार्य प्रो संजीवा कुमार महिला महाविद्यालय प्रधानाचार्य प्रो अनंत प्रसाद गुप्ता ने अपना अपना पक्ष रखा। वहीं संबधन प्राप्त महाविद्यालयों की ओर से YNP Degree कालेज प्रधानाचार्य, K D College Raniganj प्रधानाचार्य, AJM College बनमनखी प्रधानाचार्य एंव PS Degree कालेज प्रधानाचार्य ने अपना अपना पक्ष रखा। संबधन प्राप्त महाविद्यालयों ने कहा कि उन्हें वर्ष 2017 से सरकार द्वारा अनुदान प्राप्त नही हो सका है। कर्मचारियों और शिक्षक बिना मानदेय के ही कार्य कर रहें हैं। वहीं MJMM महाविद्यालय ने बताया कि महिला अभ्यर्थियों से कोई शुल्क नही लिया जाता है ऐसे में महिला महाविद्यालय चलाने में बहुत परेशानी होगी।

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