

बेगूसराय गंगा ग्लोबल बीएड कॉलेज में सावन कला महोत्सव आयोजित, प्रशिक्षुओं ने बढ़-चढ़कर लिया भाग
- by Raushan Pratyek Media
- 08-Aug-2025
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प्रशान्त कुमार ब्यूरो चीफ
बेगूसराय :- गंगा ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ टीचर एजुकेशन के दिनकर सभागार में सावन कला महोत्सव "आया सावन झूम के" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राध्यापकों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यक्रम प्रभारी डॉ. कामायनी कुमारी ने श्लोक के साथ सावन के गीतों को सुनाया और सावन को अध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताया। कहा कि भारतीय संस्कृति में यह महीना न केवल धार्मिक आस्था और भक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह आत्मशुद्धि, साधना और ईश्वर के निकट जाने का श्रेष्ठ समय माना जाता है। प्रशिक्षु शुभम कुमारी ने गुरु वंदना प्रस्तुत किया। गीत-संगीत, भजन, श्लोक, कविता पाठ के साथ मेंहदी और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मेंहदी प्रतियोगिता में नेहा कुमारी प्रथम, उषा कुमारी द्वितीय, रूची कुमारी तृतीय घोषित की गई। निर्णायक मंडल में प्रो. अमर कुमार, प्रो. परवेज युसुफ तथा प्रो. डी. नियाज शामिल थे
भक्ति संगीत के साथ सावन से संबंधित फिल्मी गीत को प्रस्तुत किया प्रशिक्षु प्रिया कुमारी, हरीओम कुमारी, शुभम कुमारी, संजीत कुमार, आरती कुमारी, शिवम् कुमार, प्रिया कुमारी, रिया भारती, कन्हैया कुमार और अनुपम कुमारी ने। नेहा कुमारी ने कविता पाठ किया। सावन के महत्व को बताया- रौशन कुमार, नीलेश कुमारी तथा कृति कुमारी ने। मेहँदी प्रतियोगिता में रूचि, मेघना, स्नेहा, नेहा, मीसा, फरहा, उषा, अरुणिमा, माधुरी, रिंकी, अनुपम ने भाग लिया।
रंगोली प्रतियोगिता में सौरभ, रौशन, शिवम् , रूचि, मेघना, रिया भारती तथा कृति प्रभा ने भाग लिया।
धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विपिन कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि सावन का महीना आत्मा की शुद्धि, ईश्वर भक्ति, संयम और तपस्या का पावन समय है। यह व्यक्ति को बाहरी दिखावे से हटकर आंतरिक यात्रा की ओर प्रेरित करता है — जहाँ वह स्वयं को, अपने कर्म को, और ईश्वर को समझने की ओर अग्रसर होता है।
उक्त अवसर पर प्रो. सुधाकर पांडेय, प्रो. परवेज़ यूसुफ़, डॉ. अविनाश कुमार तथा प्रो. अमर कुमार ने अपने विचारों को व्यक्त किया। मंच संचालन आरती कुमारी और साक्षी रानी ने किया।

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