मोतिहारी: स्वस्थ भारत की ओर थीम पर जागरूकता अभियान संचालित किया गया

मोतिहारी: शहर स्थित एलएनडी काॅलेज की एनएसएस यूनिट द्वारा सप्तदिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन मजुराहां गांव में सभी के लिए पोषण: एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर थीम पर जागरूकता अभियान संचालित किया गया। प्राचार्य प्रो.(डॉ.) अरुण कुमार ने एनएसएस के युवा स्वयंसेवियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि न्यूनतम लागत व न्यूनतम परिश्रम में ही उत्पादित व पोषक तत्वों से प्रचुर मोटे अनाजों के सेवन पर जनजागृति अभियान राष्ट्र को कुपोषण मुक्त करने में प्रभावी भूमिका निभा सकता है। विशाल जनसंख्या वाले देश भारतवर्ष में नागरिकों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं हैं। दैनिक भोजन में इसे शामिल कर कुपोषण की समस्या से निजात पा सकते हैं।


सप्तदिवसीय विशेष शिविर का नेतृत्व व निर्देशन कर रहे एनएसएस पीओ-सह-वनसपति विज्ञान सहायकाचार्य अरविंद कुमार ने पंचायत भवन, मजुराहां के प्रांगण में आहूत प्रथम बौद्धिक सत्र में पोषण पखवाड़ा (20 मार्च से 3 अप्रैल 2023 तक) को रेखांकित करते हुए अनाजों की जननी के रूप में सुप्रसिद्ध ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी व कुट्टू के दानों जैसे श्री अन्न की लोकप्रियता से स्वयंसेवियों को अवगत कराया। भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर के रूप में घोषित किया है। उन्होंने एनएसएस स्वयंसेवियों की आठ टीमों का गठन किया था। प्रत्येक टीम में पांच-पांच स्वयंसेवियों को रखा गया था।


द्वितीय बौद्धिक सत्र में एनएसएस स्वयंसेवियों प्रत्येक टीम ने ग्रामीणों के दरवाजे पर जा-जाकर पोषण के महत्व पर जोर देते हुए जनभागीदारी के माध्यम से खाने की स्वस्थ आदतों को बताया। एनएसएस स्वयंसेवियों ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि कम उर्वर और ऊसर मृदा में भी अच्छी उपज देनेवाला यह अनाज जलवायु सहिष्णु भी होता है। प्रोटीन, डायट्री फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैंगनीज़, फॉस्फोरस, पोटैशियम और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स जैसे पोषक तत्वों से परिपूर्ण इन अनाजों का सेवन हमें स्वस्थ रखते हुए भारत को स्वस्थ रख सकता है। ये अनाज कोलेस्ट्रॉल कम करने व मोटापा कम करने में भी उपयोगी होते हैं। मजुराहां के दिलदार ग्रामीणों ने स्वयंसेवियों को बाजरे जैसे श्री अन्न से निर्मित व्यंजनों का स्वाद परीक्षण भी करने का अनुरोध किया। एनएसएस स्वयंसेवियों की टीम के साथ कदमताल करते हुए मीडिया प्रभारी डॉ कुमार राकेश रंजन ने भी इस जागरूकता अभियान में सहयोग प्रदान किया।

हिंदी विभागाध्यक्ष डाॅ.राधेश्याम ने कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के मिलेट्स फ़ूड फेस्टिवल को रेखांकित करते हुए  एनएसएस स्वयंसेवियों की टीम के साथ मोटे अनाजों के उत्पादन व उपयोग को प्रोत्साहित किया। मौके पर एनएसएस स्वयंसेवियों की टीम में शुभांगी, मौसम, स्वर्णा, सुप्रिया, प्रतिमा, काजल, सलोनी वत्स, अभिषेक, अवनीश, दिनेश, अनुपम, अंकुर प्रकाश, विशाल, रजनीश, चंद्रभूषण, प्रिंस, हिमांशु, मनोज, आदर्श, राकेश कु.शर्मा सहित सभी लोगों ने मजुराहां की गलियों में घुमते हुए जनजागृति फैलायी।

  

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