मोतिहारी:पपीता की उत्पादन तकनीक व कीट रोग प्रबंधन पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ



मोतिहारी:--पीपराकोठी पंडित दीनदयाल उपाध्याय उद्यान व वानिकी महाविद्यालय के सभागार में गुरुवार को प्रसार कार्यकर्ताओं के लिए पपीता की उत्पादन तकनीक व कीट रोग  प्रबंधन पर आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया। इस अवसर पर मुख्यअतिथि के रूप में  तिरहुत प्रमंडल के संयुक्त कृषि निदेशक शिलाजीत सिंह व अरेराज एसडीओ संजीव कुमार ने भाग लिया। प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए निदेशक श्री सिंह ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर किसान अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। महाविद्यालय के डीन डॉ. कृष्ण कुमार ने अनुसंधान द्वारा पपीते की नई प्रभेद विकसित करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने बताया कि पपीता में लगने वाले प्रमुख रोग एवं कीट का प्रबंधन कर किसान अधिक उपज प्राप्त कर सकते हैं। एसडीओ श्री कुमार ने कहा कि पपीता की खेती कर किसान अपनी आय को दोगुना ही नहीं तीन गुना भी कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि वह वैज्ञानिकों के द्वारा बताई गई विधि से खेती को करें। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान सह वरीय वैज्ञानिक डॉ. अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वी चंपारण की आवोहवा पपीता की खेती के लिए काफी अनुकूल है। किसान पपीता के साथ अंतवंर्ती खेती कर अधिक से अधिक लाभ कमा सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आरपी प्रसाद व स्वागत भाषण डॉ. आरके झा ने किया। कार्यक्रम के बारे में डॉ. अनिल कुमार सिंह ने संक्षिप्त जानकारी दी। जबकि डॉ. आरएन सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मौके पर डॉ. एसके वर्मा डॉ. आर्यन सिंह डॉ. अरुण, डॉ.टीपी महतो, डॉ. आरबी शर्मा, डॉ. पंकज सिंह श्री संजय कुमार एवं महाविद्यालय के सभी कर्मचारी मौजूद थे।

  

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