मधुबनी-संभावित कोविड के खतरे को लेकर सदर अस्पताल में तैयारियों का एसीएमओ ने लिया जायजा


मॉक ड्रिल का हुआ आयोजन, पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है सभी व्यवस्था


किशोर कुमार ब्यूरो,मधुबनी 


मधुबनी जिले में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है । इसको लेकर विभागीय तौर पर तैयारियों को परखने के लिए कोरोना प्रबंधन की तैयारियों को लेकर सदर अस्पताल में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।   इसमें कोरोना प्रबंधन से जुड़ी सभी प्रकार की तैयारियों को परखा गया । इनमें जिले में क्षेत्रवार स्वास्थ्य केंद्रों की उपलब्धता तथा कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता देखी गई ।  जिसमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि सदर अस्पताल परिसर के बाहर 50 बेड का फैब्रिकेटेड अस्पताल बनाया गया है।  ऑक्सीजन, आईसीयू तथा वेंटिलेटर बेड, मानव संसाधनों की उपलब्धता और प्रशिक्षण सुनिश्चित किया गया है। खासकर इसमें वेंटि लेटर, पीएसए संयंत्रों का संचालन शामिल है। मॉक ड्रिल के दौरान रेफरल सेवाओं को भी परखा गया।पीएसए संयंत्रों की सक्रियता, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की गई । लॉजिस्टक से जुड़ी सुविधाओं की जांच की गई। , जिसमें दवा, आइसोलेशन किट , एन-95 मास्क, पीपीई किट, सैनिटाइजर की जिले में पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित की गई है ।


सभी व्यवस्था है उपलब्ध 


निरीक्षण के बाद एसीएमओ डॉ. आर. के.सिंह ने कहा कि कोरोना को देखते हुए राज्य स्तर से निर्देश जारी किया गया है।जिसके तहत तैयारियों की जानकारी के लिए सदर अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट, प्रसव कक्ष आदि   निरीक्षण किया गया है। उन्होंने बताया सदर अस्पताल में   84 बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था उपलब्ध है।  जिसमें ऑक्सीजन  सप्लाई की व्यवस्था है। सभी बेड को ऑक्सीजन सप्लाई के साथ कनेक्ट किया गया है। कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने पर ट्रामा सेंटर अररिया संग्राम में उपचार किया जाएगा।कोविड से निपटने  के लिए कुल 8 केंद्र बनाए गए हैं।जिसमें सीसीसी -2, डीसीएचसी -5 तथा प्राइवेट अस्पताल 1 जहां मरीजों का उपचार किया जाएगा।  डीसीएचसी के 245 बेड पर पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।  सीसीसी के 55 बेड तथा प्राइवेट अस्पताल के 100 बेड पर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। .


जिले में बढ़ायी  जा रही  है  कोविड-19 टेस्टिंग की रफ्तार 


एसीएमओ ने कहा कि कोरोना को देखते हुए जिले में कोविड-19 टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है। जो भी लोग जिले में बाहर से आ रहे हैं वैसे लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। बाहर से आए सभी लोगों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। इसके अलावा कोरोना से निपटने के लिए भारत सरकार तथा राज्य सरकार से जो भी नए गाइडलाइंस जारी किए जा रहे हैं जिले में उसके अनुसार कार्य में तेजी लाई जा रही है।


मौके पर एसीएमओ डॉ आर के सिंह, आईडीएसपी एपिडेमियोलॉजिस्ट,अनिल चक्रवर्ती, संगीत सिन्हा सहित अन्यकर्मी  उपस्थित थे।

  

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