

अगुवानी गंगा घाट पर माघी पूर्णिमा को ले स्नान करने पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
- by Ashish Pratyek Media
- 05-Feb-2023
- Views
Rajeev kumar
खगड़िया माघी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर उत्तरवाहिनी अगुवानी गंगा नदी के तट पर दूर-दूर से आए हुए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में पवित्र स्नान किया। जहां गंगा स्नान को लेकर शनिवार शाम से ही श्रद्धालुओं का जत्था गंगा घाट पर पहुंचे प्रारंभ हो गए थे और यह सिलसिला रविवार दोपहर तक चलती रही, वही भीड़ के कारण दिन भर अगुवानी नारायणपुर जीएन बांध एवं अगुवानी महेशखुंट मार्ग पर लगातार जाम की स्थिति बनी रही, आवागमन के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या अधिक और वाहन कम होने के कारण वाहन चालकों द्वारा निर्धारित किराए से कहीं ज्यादा किराया श्रद्धालुओं से वसूलते रहें।
वही माघी पूर्णिमा मेला को लेकर प्रशासन के द्वारा अगुवानी बस स्टैंड से लेकर गंगा तट तक सुरक्षा की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त देखा गया। वही कदम - कदम पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बलों की तैनाती देखी गई। साथ ही साथ प्रशासनिक अधिकारियों जैसे एसडीओ अमन कुमार सुमन, बीडीओ अखिलेश कुमार, सीओ चंदन कुमार, डीपीआरओ आशीष कुमार आदि पुलिस दलबल अपनी तरफ से मेला पर कड़ी नजर बनाए हुए थे।
उसके अलावा गंगा घाट पर एसडीआरएफ की टीम की तैनाती के साथ-साथ सुरक्षा के मद्देनजर अगुवानी बस स्टैंड पर विभिन्न जगहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था, जबकि महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गंगा घाट पर कपड़े बदलने हेतु चेंजिंग रूम तथा सहायता केंद्र भी बनाया गया है। वही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बताया जाता है कि इस वर्ष तकरीबन एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अगुवानी गंगा घाट पर स्नान कर पुण्य कमाया।
गंगा स्नान के बाद अधिकांश श्रद्धालुओं ने परंपरा के अनुसार घाट पर ही दही चुरा का भी बढ़ चढ़कर आनंद लिया। जिसको लेकर धार्मिक परंपरा तरीके से तैयारी के साथ आए हुए तमाम श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर जमकर फोटो बाजी भी किया। वही गंगा घाट पर लगे मेले में आए लोगों ने चाट, पकौड़े, जलेबी, समोसा आदि आदि खाद्य सामानों का जमकर खरीदारी कर मेला का भरपूर आनंद उठाया। जबकि वहीं महिला श्रद्धालु मनिहारी बाजार में खुद को खरीददारी करने में लीन रही। साथ ही साथ श्रद्धालुओं के द्वारा मेला में अधिकतम बच्चों के खिलौने और मनिहारी के सामान की खरीदारी की गई।
वही मेला में दर्जनों लोगों ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया। साथ-साथ लोगों ने अपने अपने तरीके से पूजा-अर्चना भी किया। इतना हीं नहीं श्रद्धालुओं ने गंगा प्रसाद भी चढ़ा, उधर घाट पर दिनभर अखंड रामधनी की गूंज से वातावरण भक्ति में बनी रही और गंगा नदी किनारे की मिट्टी और गंगाजल को भी अपने साथ ले जाते हुए देखा गया। वहीं श्रद्धालुओं ने बताया कि गंगाजल का विशेष महत्व माना जाता हैं, जिसका उपयोग पूजा में किया जाता हैं।

Post a comment