

राम कथा ज्ञान यज्ञ में धर्म गुरू के प्रवचन से माहौल भक्तिमय
- by Ashish Pratyek Media
- 04-Jan-2023
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विश्वमोहन कुमार विधान।
तारापुर उल्टा महादेव मंदिर में श्री राम जानकी चार धाम नागा बाबा जन कल्याण गौ सेवा संस्थान के सौजन्य से चल रहे श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ के आज तृतीय दिवस में काशी वाराणसी से पधारे राष्ट्रीय संत धर्म प्रचारक धर्म गुरु क्रांति कारी नागा बाबा जी के मुखार बिंदु से आज श्री सती देह त्याग का कथा श्रवण करने का अवसर मिला महाराज जी बताए की जब भोले नाथ 87 हजार वर्ष तपस्या में लीन हो गए तपस्या पूर्ण हुआ तब माता सती को भोले नाथ श्री राम कथा श्रवण करा रहे हैं तभी सभी देवी देवता कैलाश पर्वत के ऊपर से विमान में बैठ कर जा रहे हैं माता सती भगवान भोले नाथ से पूंछ रही हैं की प्रभू ये सब कहां जा रहे हैं तब भोले नाथ जी बताए की आपके पिता के यहां यज्ञ हो रहा है लेकीन हम को निमंत्रण नहीं मिला है।
हम नहीं जायेंगे तभी माता सती भगवान से यत्र तत्र की बातें करने लगी और हठ करके चली गई और वहां जाकर देख रही हैं कि यज्ञ में भगवान भोलेनाथ का कोई स्थान् नहीं है तभी माता सती कुपित होकर अपने देह को त्याग देती हैं फिर माता सती का जन्म हिमाचल राजा के यहां हुआ इस प्रसंग को महाराज जी विस्तार से वर्णन किए और महाराज जी एक बहुत ही सुंदर भजन सुनाए जिन्दगी एक किराए का घर है एक न एक दिन निकलना पड़ेगा। जिसे सुनकर श्रद्धालु मंत्र मुग्ध होकर झूम उठे।
शंकर पार्वती विवाह
फिर जब माता पार्वती का जन्म हिमाचल राजा के यहां हुआ तब राजा हिमाचल और रानी मैना ने देवर्षि नारद जी से माता पार्वती जी का भाग्य रेखा पूंछ रही हैं तब देवर्षि नाराज जी ने राजा हिमाचल और रानी मैना को बता रहे हैं कि इनका पति शमशान में रहने वाले होंगे और इनको तपस्या करना पड़ेगा तभी माता पार्वती भगवान भोलेनाथ जी का तपस्या की ओर महादेव प्रसन्न हो गए फिर माता
पार्वती और भोलेनाथ जी का विवाह संपन्न हुआ इस प्रसंग को महाराज जी विस्तार से समझाए सभी भक्त जन महाराज श्री के श्री मुख से श्री शंकर पार्वती विवाह प्रसंग सुनकर मन मुग्ध हो गए और श्री राम चंद्र जी के जय घोंस से पूरा तारापुर मन मुग्ध हो गया और आज कथा में मुख्य यजमान के रूप में राम प्रकाश केसरी पत्नी संगीता केसरी,संजय सोनकर,पत्नी सविता सोनकार, प्रदीप पोद्दार पत्नी रेखा देवी, संतोष पोद्दार आदि लोग उपस्थित थे।

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