नशा मुक्ति दिवस पर जिले में आयोजित किए गए जागरूकता कार्यक्रम

जिला -वैशाली, बिहार

 संवाददाता- मृत्युंजय कुमार




वैशाली जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के निर्देश पर 26 नवम्बर, नशामुक्ति दिवस के अवसर पर जिला भर में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। शिक्षा विभाग के द्वारा विद्यालयों के पोषक क्षेत्र में बच्चों की प्रभात फेरी निकाली गयी। विद्यालयों में रंगोली, पेन्टिंग, बाद-विवाद, भाषण प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। शिक्षा विभाग के द्वारा जिला स्तर पर आदर्श मध्य विद्यालय दिग्धी कला में सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित अन्य कर्यक्रमों का आयोजन किया गया। जीविका के द्वारा प्रखंडों में रैली निकाली गयी। आईसीडीएस के द्वारा नशामुक्ति की थीम पर रंगोलियाँ बनायी गयी। जिला के सभी प्रखंड कार्यालयों में भी नशामुक्ति दिवस का आयोजन कर लोगों का शपथ दिलायी गयी।


इस अवसर पर हाजीपुर स्थित अक्षयवट राय स्टेडियम से जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर स्काउट एण्ड गाईड की जागरूकता रैली को रवाना किया गया। जिला स्तर पर मुख्य समारोह वैशाली समाहरणालय सभागार में मद्य निषेद्य उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सौजन्य से आयोजित कराया गया जिसमें नशामुक्ति के लिए शपथ दिलायी गयी। कार्यक्रम में उपस्थित पदाधिकारियों, कर्मियों, जीविका दीदी एवं अन्य गणमान्य को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा नशापान से होने वाले दुष्परिणामों को रेखांकित किया गया। उन्होंने कहा कि नशा पान एक समाजिक बुरायी है। यह संभलने का अवसर भी नहीं देता जिसका गंभीर परिणाम परिवार को लम्बे अरसे तक भुगतना पड़ता है।


उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है और सफलता भी मिल रही है। शराब के कारोबार से जुड़े लोग पकड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला में व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया गया है परन्तु इसकी सफलता के लिए जन सहयोग भी जरूरी है। जिलाधिकारी के द्वारा लोगों से नशा पान नहीं करने की अपील की गयी। उन्होंने वैशाली के लोगों का आह्वान किया कि मद्य निषेद्य उत्पाद एवं निबंधन विभाग के द्वारा जारी टॉल फ्री नम्बर-15545 पर शराब के कारोबार या सेवन में संलिप्त व्यक्ति के बारे में सूचना दें। प्रशासन उसके विरूद्ध कार्रवाई करेगा। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाती है।


जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि आज संविधान दिवस भी है। आज ही के दिन 26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान विधिवत स्वीकार किया गया था। संविधान दिवस की शुरूआत 2015 से की गयी। इसके लिए भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 26 नवम्बर को प्रति वर्ष संविधान दिवस मनाये जाने की घोषणा की गयी। इस अवसर पर जिलाधिकारी के द्वारा भारत के संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस दिवस को मनाने का मूल उद्देश्य आम नागरिकों के बीच संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देना है। संविधान की प्रस्तावना 'हम भारत के लोग' से शुरू होता है जो भारत के नागरिकों को प्राप्त सम्प्रभुता को दर्शाता है और राष्ट्र को मजबूती देता है।

  

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