बिना हेलमेट लगाए बाइक स्टार्ट नहीं तकनीक को बिहार में बढ़ावा देंगे परिवहन सचिव

- बिहार के चार युवाओं द्वारा बनाये गये स्मार्ट हेलमेट की तकनीक को कंकड़बाग, चिडैयांटांड देखने पंहुचे परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल। 


- स्मार्ट हेलमेट तकनीक का लाइव डेमो देख परिवहन सचिव ने  राजा कुमार केशरी सहित उनकी टीम की, कि प्रशंसा। 


- परिवहन सचिव ने कहा हेलमेट लगाने के लिए बाध्य करना और 

बिना हेलमेट लगाए बाइक स्टार्ट नहीं होना यह बड़ी बात है।


- स्मार्ट हेलमेट स्टार्टअप को गति देने के लिए 10 दिनों के अंदर बैंक को पूंजी की व्यवस्था कराने के लिए दिया निर्देश।


- परिवहन सचिव के पहल पर आर्थिक मदद के लिए राजा कुमार केशरी के कार्यालय आये दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के मैनेजर। 


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'बिना हेलमेट लगाए बाइक स्टार्ट नहीं' तकनीक को बिहार में बढ़ावा दिया जायेगा। इसके लिए बैंक के माध्यम से फंड की व्यवस्था की जायेगी साथ ही राज्य सरकार के स्टार्टअप फंड उपलब्ध कराने में भी सहायता प्रदान की जायेगी। परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल, जिला परिवहन पदाधिकारी एवं एमवीआई के साथ  कंकड़बाग काॅलोनी, चिडैयांटांड स्थित स्मार्ट हेलमेट स्टार्टअप नाम से खुद का स्टार्टअप शुरू करने वाले राजा कुमार केशरी के कार्यालय पहुंचे। 


*स्मार्ट हेलमेट के तकनीकी पहलूओं एवं टीम के सदस्यों से मिले*


स्मार्ट हेलमेट स्टार्टअप के कंकड़बाग स्थित कार्यालय पहुंचे  श्री संजय कुमार अग्रवाल के समक्ष स्मार्ट हेलमेट का लाइव डेमो हुआ। इस दौरान बिना हेलमेट लगाये बाइक स्टार्ट नहीं होने के विभिन्न तकनीकी पहलूओं से परिवहन सचिव अवगत हुए। साथ ही स्मार्ट हेलमेट कैसे काम करता है, इसकी क्या खासियत है, फंड की क्या व्यवस्था है, इस प्रोजेक्ट में क्या मदद चाहिए इत्यादि सभी पहलूओं की उन्होंने जानकारी ली। इस दौरान बैंक से पूंजी की व्यवस्था के लिए दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के मैनेजर को कॉल कर बुलाया गया।  स्टार्टअप को गति देने के लिए 10 दिनों के अंदर बैंक को पूंजी की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया।


*सुरक्षा के अन्य पहलुओं की जांच के लिये डीटीओ को दिया गया निर्देश*


सचिव परिवहन ने कहा है कि इस तकनीक की जांच के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी एवं मोटर यान निरीक्षक को भी निर्देशित किया गया है कि वह सुरक्षा के अन्य पहलुओं की भी जांच कर लें तथा इसका सक्षम एजेंसी से सर्टिफिकेशन हेतु आवश्यक कार्रवाई करें।


*स्मार्ट हेलमेट एक अच्छी टेक्नोलाॅजी*


परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि युवाओं द्वारा बनाया गया स्मार्ट हेलमेट एक अच्छी टेक्नोलाॅजी है। इस टेक्नोलाॅजी का कैसे सेफ यूज किया जा सके उसे देखने के लिए तकनीकी पदाधिकारियों के साथ आये थे। हेलमेट नहीं लगाने से अगर बाइक स्टार्ट नहीं होती है तो यह बडी बात है। 


*हर संभव की जायेगी मदद*


परिवहन सचिव ने कहा कि राजा कुमार केशरी को जो भी मदद की आवश्यकता  होगी, बिहार सरकार सरकार की तरफ से हर संभव मदद दी जायेगी। बैंक से टाइप किया जा रहा है इसके अलावे राज्य सरकार के स्टार्टअप फंड से भी सहायता दिलाया जायेगा ताकि काम को और आगे बढाया जा सके।  इसके माध्यम से युवाओं को एक अच्छा मैसेज जाए कि हमें  हेलमेट लगाना है। जिंदगी के साथ समझौता करके बिना हेलमेट लोग सफर करते हैं और दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं। हेलमेट लगाने के लिए बाध्य करना और बिना हेलमेट लगाए बाइक स्टार्ट नहीं होना यह अच्छी बात है।


*चार युवाओं की टीम ने शरू की है स्मार्ट हेलमेट स्टार्टअप*


बताते चलें कि पटना के राजा कुमार केशरी, यश कुमार केशरी, रौशनी भारती और प्रिया कुमारी के साथ मिलकर स्मार्ट हेलमेट बना खुद का नया स्टार्टअप शुरु किया है। राजा कुमार केशरी ने बताया कि यह स्मार्ट हेलमेट न सिर्फ दोपहिया वाहन चालकों को हादसे से बचाता है , बल्कि बाइक की चोरी होने से भी बचा सकता है। इसकी कीमत 1400 रुपए से 1800 रुपए तक है। 


*चार्ज भी होता है हेलमेट*


सामान्य मोड में एक सामान्य हेलमेट के जैसा उपयोग कर सकते हैं जबकि ऑटोमेटिक मोड में बाइक स्टार्ट करने के लिए हेलमेट पहनना होगा तभी जाकर गाड़ी स्टार्ट होगी। हेलमेट में चार्जिंग पॉइंट भी दिया गया है। एक बार चार्ज होने के बाद यह कम से कम 15 दिनों तक चलता है।


परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि हेलमेट पहनने से सर की सुरक्षा होती है और दुर्घटना होने पर सुरक्षित रह सकते हैं। बिहार के चार युवाओं द्वारा बनाया गया स्मार्ट हेलमेट सड़क सुरक्षा की दिशा में सराहनीय कार्य है। हेलमेट के साथ ही बाइक में भी डिवाइस लगाया गया है, जिससे बिना हेलमेट पहने अपनी बाइक को स्टार्ट नहीं कर सकते हैं। 


*सड़क सुरक्षा की दिशा में कारगर साबित होगा यह हेलमेट*


परिवहन सचिव ने बताया कि कई लोग दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं लगाते हैं, जो सुरक्षा के दृष्टिकोण से सही नहीं हैं। कई बार यह देखने को मिलता है लोग भूल से हेलमेट नहीं लगाते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में यह हेलमेट काफी कारगर साबित होगा।

  

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